कोविड19 को चीनी वायरस कहे जाने पर चिढ़ा चीन, आस्‍ट्रेलिया के इस अखबार के जवाब ने उसे किया हक्‍का-बक्‍का

कोविड19 को चीनी वायरस कहे जाने पर चिढ़ा चीन, आस्‍ट्रेलिया के इस अखबार के जवाब ने उसे किया हक्‍का-बक्‍का

सेहतराग टीम

पूरी दुनिया कोरोना वायरस कोविड19 के संक्रमण से त्राहिमाम कर रही है और लोग इस भयानक आपदा के लिए चीन को कोस रहे हैं। हालांकि चीन की आर्थिक ताकत को देखते हुए या फि‍र वहां की कम्‍युनिस्‍ट सरकार से विचारधारा के स्‍तर पर सहानुभूति रखने के कारण जहां दुनिया के बड़े से बड़े नेता और पत्रकार इस मामले में चीन की भूमिका पर चुप्‍पी साधे हुए हैं वहीं आस्‍ट्रेलिया के एक अखबार ने इस मामले में स्‍पष्‍ट रवैया अपनाते हुए ऐसे आलेख प्रकाशित हुए हैं जिसमें सीधे तौर पर इस महामारी के लिए चीन को जिम्‍मेदार ठहराया गया है। जाहिर है कि ये बात चीन को पसंद नहीं आई और आस्‍ट्रेलिया के चीनी महावाणिज्‍य दूतावास ने डेली टेलीग्राफ अखबार को एक पत्र भेजकर अखबार के आलेखों पर कड़ी आपत्ति जताई। अखबार ने चीन की आपत्ति को जरा भी तवज्‍जो न देते हुए बिंदुवार हर आपत्ति का तीखा जवाब दिया और इसे अखबार में व्‍यापक रूप से प्रकाशित भी कर दिया।

पूरी दुनिया के हिंदी के पाठकों के लिए sehatraag.com इस दिलचस्‍प सवाल-जवाब को https://www.dailytelegraph.com.au/ से साभार लेकर अनुवाद कर प्रकाशित कर रहा है।

 

टिम ब्‍लेयर, द डेली टेलीग्राफ  

4 अप्रैल, 2020

द डेली टेलीग्राफ को इस सप्‍ताह आस्‍ट्रेलिया में मौजूद चीन के महावाणिज्‍यदूतावास से एक पत्र प्राप्‍त हुआ है जिसमें कोरोनावायरस के संकट से जुड़े हमारे शानदार कवरेज के बारे में कुछ भद्र सवाल उठाए गए हैं।

नीचे हम चीन के वामपंथी तानशाही और महावाणिज्‍यदूत द्वारा उठाए सवालों का बिंदुवार जवाब दे रहे हैं:

 

हाल में डेली टेलीग्राफ ने कोविड19 को लेकर चीन की प्रतिक्रिया से संबंधित कई आलेख और विचार प्रकाशित किए हैं जो कि अज्ञानता, पक्षपात और दंभ से भरे हुए हैं।

 

अगर चीन के किसी सरकारी स्वामित्व वाले अखबार को इस तरह की शिकायत मिलती, तो बाद के दिनों में उसके पत्रकारों की आंख शरी के कटे हुए अंगों के साथ जेल में खुलती।

 

वायरस की उत्पत्ति का पता लगाना एक वैज्ञानिक मुद्दा है जिसके लिए पेशेवर, विज्ञान-आधारित मूल्यांकन की आवश्यकता होती है।

 

बिलकुल ऐसा ही होता है। लेकिन चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियान का 12 मार्च को प्रकाशित दावा कितना पेशेवर और विज्ञान-आधारित था जिसमें उन्‍होंने कहा था कि वुहान में यह महामारी अमेरिकी सेना द्वारा लाई गई हो सकती है?

 

वायरस की उत्पत्ति अभी भी अनिर्धारित है, और विश्व स्वास्थ्य संगठन ने नोवल कोरोनावायरस को "COVID-19" नाम दिया है।

 

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने तो जिम्बाब्वे के हत्यारे रॉबर्ट मुगाबे को अपना सद्भावना राजदूत नियुक्त किया और 2 मार्च को यह घोषणा की कि कोरोनावायरस से जुड़ा "कलंक" इस वायरस से अधिक खतरनाक है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ऐसी बहुत सी बेवकूफी भरा काम करता है।

 

वायरस को बार-बार चीन से जोड़ने की आपकी कोशिश के पीछे असली मकसद क्या है और यहां तक ​​कि यह भी कहा जाता है कि नोवल कोरोनावायरस "चीन में बना था"?

 

हमारा मकसद सटीकता है। इसीलिए हम उस वायरस को बोगनर रेजिस से लिंक नहीं करते और यह भी नहीं कहते कि ये पनामा में बना था।

 

वुहान के लोगों ने महामारी के प्रसार को रोकने के लिए एक महान प्रयास और व्यक्तिगत बलिदान दिया।

 

वुहान के डॉ. ली वेनलियांग ने कोरोनोवायरस के प्रकोप के बारे में लोगों को चेतावनी देने के लिए वास्तव में बड़ा प्रयास किया। फिर, जैसा कि न्यूयॉर्क टाइम्स ने बताया: "जनवरी की शुरुआत में, उन्हें चिकित्सा अधिकारियों और पुलिस दोनों द्वारा बुलाया गया और एक बयान पर हस्ताक्षर करने के लिए मजबूर किया गया जिसमें लिखा था कि उनकी चेतावनी एक निराधार और अवैध अफवाह है।"
और अब वह मर चुके हैं, इसलिए इसमें उनका "व्यक्तिगत बलिदान" भी शामिल है।

 

ध्यान आकर्षित करने और अधिकाधिक इंटरनेट हिट हासिल करने के लिए, आपने वुहान को "ज़ॉम्बीलैंड" और वुहान सीफ़ूड बाज़ार को "बैट(चमगादड़) मार्केट" कहा। आप कितना गिर सकते हैं?

 

सभ्य दुनिया में, "ब्रैडमैन बैट्स एंड बैट्स एंड बैट्स (ब्रैडमैन लगातार बैटिंग करते रहे) एक अखबार की प्रसिद्ध शीर्षक है:

वुहान में ये एक रेस्टोरेंट का नाम है।

 

चीन में महामारी की रोकथाम और प्रभावी नियंत्रण ने चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के जनकेंद्रित दर्शन और चीनी प्रणाली के मजबूत लाभों को पूरी तरह से रेखांकित किया है।

 

2018 में, एमनेस्टी इंटरनेशनल ने बताया कि चीन ने अपने जितने लोगों को मौत दी, पूरी दुनिया के सभी देशों को मिलाकर भी उतने लोग नहीं मारे गए। 
कृपया हमें अपने "जन केंद्रित दर्शन" और इसके लिए कितनी गोलियों की आवश्यकता है, इस बारे में और बताएं।

 

तथ्यों को स्वीकार करने और उनका सामना करने के बजाय, आपके अखबार के लेखों ने सीपीसी और चीनी सरकार पर भद्दी भाषा के साथ हमला किया है।

और इसके बावजूद हमें जेल में नहीं डाला जा रहा या गोली नहीं मारी जा रही। बताइये न्‍याय कहां है भला?

 

आपका निर्णय लोगों की भलाई पर आधारित है या वैचारिक पूर्वाग्रह पर?

 

हम मानते हैं कि घातक अत्याचार के खिलाफ हम वैचारिक पूर्वाग्रह से ग्रस्‍त हैं। इसे हमारी एक दुखद विफलता मान लें।

 

 
3 जनवरी से, चीन डब्ल्यूएचओ और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को समयबद्ध और पारदर्शी तरीके से अद्यतन जानकारी दे रहा है।

 

"समय पर और पारदर्शी" अपडेट के 11 दिनों के बाद, 14 जनवरी को डब्ल्यूएचओ ने इस हास्यास्पद चीनी झूठ को प्रसारित किया: चीनी अधिकारियों द्वारा की गई प्रारंभिक जांच में novel #coronavirus (2019-nCoV) के मानव-से-मानव संचरण का कोई स्पष्ट प्रमाण नहीं मिला है।

 
दुनिया भर में महामारी तेजी से फैल रही है और चीन गंभीर रूप से प्रभावित अन्य देशों का समर्थन करने की पूरी कोशिश कर रहा है।
तुर्की और नीदरलैंड को निर्यात किए जाने वाले हजारों चीन निर्मित कोरोनवायरस परीक्षण किट और मेडिकल मास्क बीबीसी के अनुसार दोषपूर्ण अथवा मानक से निचले दर्जे के थे। 
और इस हफ्ते एबीसी ने बताया कि ऑस्ट्रेलियाई सीमा बल के अधिकारियों द्वारा 8,00,000 से अधिक मास्क जब्त किए गए नकली अथवा दोषपूर्ण थे।
ऐसी मदद के लिए आपका धन्यवाद।

 

वायरस सीमाओं की बंदिश नहीं मानता है।

 

फिर, चीन ने 28 मार्च को अपनी सीमाएं क्यों बंद कर दीं - यहां तक ​​कि कोरोनोवायरस के प्रसार पर जीत का दावा भी किया?

 

 

आपने डब्ल्यूएचओ द्वारा चीन की महामारी की रोकथाम और नियंत्रण के सकारात्मक आकलन पर बार-बार सवाल उठाया है, लेकिन निश्चित रूप से आप जानते हैं कि डब्ल्यूएचओ वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य के मामले में सबसे आधिकारिक अंतरराष्ट्रीय संगठन है, जिसमें ऑस्ट्रेलिया सहित 190 से अधिक सदस्य हैं?

 

इस आंकड़े पर नजर टिकाए रखो जवान।

 

चीन द्वारा प्रदान की जाने वाली आधिकारिक जानकारी और WHO की पेशेवर राय की अवहेलना करके, आपने इसके बजाय कई “तथाकथित” विश्लेषकों को उद्धृत किया…
क्या आप जानते हैं कि जिस संस्थान में ये लोग काम करते हैं, उन्‍हें लंबे समय से अमेरिकी सरकार की वित्तीय सहायता प्राप्‍त हो रही है?

 

अमेरिका ने पिछले साल इस पवित्र डब्ल्यूएचओ में लगभग 900 मिलियन डॉलर का योगदान दिया था। इसपर आप क्‍या कहेंगे सर?

 

चीन में महामारी पर आपका हालिया कवरेज अतिरंजित, गैर-जिम्मेदार अफवाहों और अत्यधिक राजनीतिकरण से भरा है।

 

हम थोड़े शरारती हैं।
कृपया डॉ. ली वेनलियांग के निराधार और अवैध अफवाह संबंधी निंदा बयान वाले आधिकारिक दस्‍तावेज हमें भी भेजें ताकि हम इस पर हस्ताक्षर कर अपनी राह लगें। 

 

अपडेट: पाठक टिम ने पूछा है:

कृपया मुझे बताएं कि ये प्रतिक्रिया आपने उन्‍हें भेजा है।

ज्‍यादा बेहतर: ये शनिवार को डेली टेलीग्राफ के पेज नंबर 6-7 के डबल स्‍प्रेड पृष्‍ठों पर छपा है।

Disclaimer: sehatraag.com पर दी गई हर जानकारी सिर्फ पाठकों के ज्ञानवर्धन के लिए है। किसी भी बीमारी या स्वास्थ्य संबंधी समस्या के इलाज के लिए कृपया अपने डॉक्टर की सलाह पर ही भरोसा करें। sehatraag.com पर प्रकाशित किसी आलेख के अाधार पर अपना इलाज खुद करने पर किसी भी नुकसान की जिम्मेदारी संबंधित व्यक्ति की ही होगी।